सामान्य ज्ञान के लिए हिन्दी वेबसाइट agoodplace4all.com

गोपाल कृष्ण अवधिया। ज्ञान सागर हिन्दी वेबसाइट का आरम्भ सन में हुआ। मुख्यतः इस साइट में सामान्य ज्ञान से सम्बन्धित सामग्री है जो कि विद्यार्थियों तथा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होने वालों के लिए अत्यन्त उपयोगी है। हर्ष का विषय है कि अनेक लोगों ने इस साइट की सामग्री का अध्ययन कर के प्रतियोगी परीक्षा में सफलता पाई है। ज्ञान सागर हिन्दी वेबसाइट में सामान्य ज्ञान के साथ ही साथ भारतीय सभ्यता, संस्कृति, साहित्य, काव्य इत्यादि के विषय में भी जानकारी दी जाती है।

ऐसे बना ज्ञान सागर हिन्दी वेबसाइट
यद्यपि विशुद्ध विज्ञान (pure science) अर्थात् भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र एवं गणित का विद्यार्थी रहा तथापि अपनी मातृभाषा हिन्दी के प्रति मुझे सदा से ही लगाव रहा है। शायद इसका कारण यह हो कि मेरे पिताजी स्व. श्री हरिप्रसाद अवधिया हिन्दी के साहित्यकार रहे हैं। सो अक्टूबर 2004 में भारतीय स्टेट बैंक की नौकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृति के बाद मन में विचार आया कि हिन्दी के लिए कुछ किया जाए, और नहीं तो कम से कम एक ब्लॉग बनाकर अपने पिताजी की रचनाओं को ही इंटरनेट में डाला जाए। अतः मैंने ब्लोगर में जाकर 'धान के देश में' नामक अपना एक ब्लॉग बना लिया और उसमें अपने पिताजी की रचनाओं को डालने लगा। ब्लॉग बन जाने के बाद मुझे भी लेखन के प्रति थोड़ी रुचि उत्पन्न होने लगी और स्वयं भी कुछ-कुछ लिखने लगा।

मेरे ब्लॉग में आने वालों की टिप्पणियों से मुझे पता चला कि लोग मुझे पढ़ते हैं और मेरे लेखन को कमोबेस पसन्द भी करते हैं। इससे मेरा उत्साहवर्धन हुआ और कुछ ऐसा करने की इच्छा जागृत हुई कि लोगों का भला हो और, हो सके तो, मेरा भी कुछ भला हो। अतः मैंने एक वेबसाइट बनाने की ठान ली। उस वेबसाइट के माध्यम से मैं भारतीय संस्कृति तथा सभ्यता को बढ़ावा देना चाहता था और अपने अनुभवों को भी बाँटना चाहता था। चूँकि मुझे वेबसाइट बनाने के बारे में कुछ भी पता नहीं था, मैं नेट को खंगालना शुरू किया और वेबसाइट बनाने के बारे में कामचलाऊ जानकारी प्राप्त कर ली। इस प्रकार से जन्म हुआ 'ज्ञान सागर हिन्दी वेबसाइट' का।

शुरू से मेरा प्रयास यही रहा है कि 'ज्ञान सागर हिन्दी वेबसाइट' अधिक से अधिक लोगों के लिए उपयोगी सिद्ध हो। अब यह तो मुझे आप लोग ही बतायेंगे कि मैं अपने प्रयास में कहाँ तक सफल हुआ हूँ।

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