हिंदू पंचांग के अनुसार नए साल की शुरूआत शनिवार के दिन हुआ है। इसलिए इस वर्ष के राजा शनि महाराज होंगे। ऐसे में शनि की कृपा जिन पर रहेगा उनके लिए यह वर्ष सुखद और उन्नतिदायक रहेगा। अगर आप भी शनि की कृपा का लाभ पाना चाहते हैं तो आजमाएं यह 6 उपाय।
प्रत्येक शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करें। अगर ऐसा संभव नहीं हो तब किसी भी शनिवार के दिन सुंदरकांड का पाठ आरंभ करें और शुक्रवार के दिन उसका समापन करें।
हर शनिवार किसी लोहे के बर्तन में सरसों तेल भरकर उसमें अपना चेहर देखें। इसके बाद इस तेल को बर्तन सहित किसी जरूरतमंद को दान कर दें। दान लेने वाला गरीब और बुजुर्ग व्यक्ति हो तो उत्तम रहेगा।
हर दिन 108 बार शनि महाराज का मंत्र ओम प्रां प्रीं पौं सः शनैश्चराय नमः का जप करें।
शुक्रवार की रात में सवा किलो काले चने भिंगोने के लिए रख दें। शनिवार को चने को काले कपड़े में एक कोयला, चुटकी भर सिंदूर और एक सिक्का बांधकर यमुना में प्रवाहित कर दें। अगर आपके आस-पास यमुना नहीं है तो किसी भी नदी में प्रवाहित कर दें। यह टोटका कम से कम आठ शनिवार करने का विधान है।
शनि महाराज के किसी भी सिद्घ मंदिर में जाकर शनि महाराज का तैलाभिषेक करें। दिल्ली के आस-पास शनि का सबसे सिद्घ मंदिर कोकिलावन है। आप चाहें तो यहां जाकर शनि महाराज का तैलाभिषेक कर सकते हैं।
इस साल के राजा हैं शनि और उनके मंत्री हैं मंगल। इसलिए शनि की कृपा पाने के लिए एक सबसे आसान उपाय यह है कि आप नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके पाठ से मंगल और शनि दोनों अनुकूल रहेंगे।