पढ़िए कौन से apps बैकग्राउंड मे चलने से रोकने चाहिए

आपने अनुभव किया होगा बहुत से एप्स बैकग्राउंड में चलते रहते हैं। कई एप्स है जिनका बैकग्राउंड में चलते रहना अच्छा होता है। वे सिंक करते है, लोकेशन डाटा प्रोवाइड करते है या फिर जिस काम के लिए उन्हें डिजाइन किया गया था, वो करते हैं, पर हमेशा नहीं। यदि आप जानना चाहते है कौनसे एप्स बैकग्राउंड में बहुत ज्यादा प्रोसेस करते है या फिर अगर आप एप्स को बैकग्राउंड में चलने से पूरी तरह बंद करना चाहते हैं, तो हम बताते है, आप ये कैसे कर सकते है-

प्रोसेस स्टेट और बैटरी की खपत
सबसे पहले यदि आप जानना चाहते है कि बैकग्राउंड में कौनसी प्रक्रिया चल रही है और वह प्रोसेसिंग पावर और बैटरी पर प्रभाव डालते हुए कितनी ऊर्जा की खपत कर रहे है, तो एंड्रायड में इसके लिए मॉनिटरिंग ऑप्शन्स बने हुए हैं।
-डेवलपर ऑप्शन्स को सक्रिय करने के लिए ये तरीका अपनाएं। सेटिंग में जाएं>अबाउट फोन पर क्लिक करें, जब तक कि आपको सूचित न कर दिया जाएं कि डेवलपर ऑप्शन्स सक्रिय हो चुका है।
प्रोसेस जो आपको बताता है कि कौन से एप्स हमेशा चलते रहते हैं और कौन से चलने चाहिए और कौन से नहीं चलने चाहिए
- ये देखने के लिए की आपके एप्स कितनी बार रन करते है। सेटिंग में जाएं>डेवलपर ऑप्शन्स>प्रोसेस स्टेट्स पर क्लिक करें। ये देखने के लिए कि वह कितनी रैम का इस्तेमाल कर रहा है, अब किसी भी एप पर क्लिक करें।
-इसके बाद सेटिंग में जाएं>बैटरी को सिलेक्ट करें, फिर प्रत्येक एप पर अलग- अलग क्लिक करें, ये देखने के लिए कि वह एप्स कितनी बैटरी इस्तेमाल कर रहे हैं।

कौन से एप्स मुझे बैकग्राउंड में चलने से रोक देने चाहिए?
बैकग्राउंड मैमोरी और बैटरी यूसेज का सबसे बड़े अपराधी वह गेम्स होते है, जिनसे आप खेल नही रहे होते और वह म्युजिक प्लेयर्स, जिनका आप प्रयोग नहीं कर रहे होते है। अगर आप देख सकें कि एप का बैकग्राउंड में चलने का कोई लॉजिकल कारण नहीं है, तो फिर आप शायद उन्हें बंद कर सकें।
सामान्य तौर पर आपको वह एप्स या सर्विस छोड़ देनी चाहिए जो गूगल शब्द से शुरू होकर चलती है। इसलिए निम्नलिखित एप्स को बंद न करें-
-गूगल सर्च, गूगल प्ले सर्विसेज, गूगल कॉन्टेक्ट्स सिंक, गूगल कीबोर्ड, गूगल प्ले स्टोर
-आपके पास एक आसान तरीका है कि प्रोसेस लिस्ट में देख लें कि आप किसी एप को कितना इस्तेमाल करते है। ये देखकर आप पता लगा सकते है कि कौनसे एप्स बैकग्राउंड में चलते रहने चाहिए।
-अपनी बैटरी सेटिंग में जाकर आप देख सकते है कौनसे एप्स आपकी डिवाइस को जगाएं हुए है और कितनी बैटरी एंव प्रोसेस पॉवर की वह खपत कर रहे हैं।

बैकग्राउंड एप्स को डिसेबल, स्टॉप और अनइंस्टॉल कैसे करें
यदि आपके पास एक एप है जो आपको लगता है कि अकारण प्रोसेसर पावर की खपत कर रहा है या फिर बैकग्राउंड में जरुरत से ज्यादा चलता हुआ दिख रहा है। तो आप ये कर सकते हैं:
-इसे अपने एप मैनेजर में जाकर डिसेबल कर दीजिए। सबसे पहले सेटिंग में जाएं>एप्स पर क्लिक करें और फिर डिसेबल पर क्लिक करें।
-जबसे लॉलीपॉप अपडेट हुआ है,आप अपने फोन के रिसेंट एप्स नेविगेशन बटन पर क्लिक करके रिसेंट एप्स को आसानी से बंद कर सकते हैं।
-आप अपने फोन से भी इन्हें डिलीट कर सकते है। सेटिंग में जाएं>एप्स पर क्लिक करें, फिर अनइंस्टॉल पर क्लिक करें।
-या फिर फोर्स फुली भी इन्हें बंद कर सकते है। सेटिंग में जाएं> एप्स में, चलते टैब में राइट साइड पर स्वाइप करें, अब एप पर क्लिक करें और फिर फोर्स स्टॉप पर क्लिक कर दें।
याद रखें, अगर आपको नहीं पता कि क्या एप है और उसका क्या काम है, तो फिर कतई इसे बंद न करें, अन्यथा ये बहुत ज्यादा रैम या बैटरी का इस्तेमाल कर लेगा और आपका फोन खतरे में पड़ जाएगा।

ग्रीनिफाई
ग्रीनिफाई एक हाइबरनेशन एप है, जो आपके एप्स को सुला देता है, जब आप उनका प्रयोग नहीं कर रहे होते। फोर्स क्लोजिंग का ये मूल रूप से एक ऑटोमेटिक वर्जन है या फिर हर बार जिन एप्स को आप इस्तेमाल न करने पर डिसेबल करते है और फिर जब भी आवश्यकता पड़ती है दोबारा उन्हें प्रयोग करने के लिए टर्न ऑन करते है। मगर इस काम को मैन्युअली करना बहुत कष्टकारक है। इसलिए ग्रीनिफाई एक सबसे बढिय़ा एप मैनेजमैंट है, सभी एप्स में से।


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