वाशिंगटन: अब तक इंटरनेट चलाने पर हैकिंग का खतरा पैदा होता था, लेकिन ताजा अनुसंधान में पता चला है कि यदि आप ऑफलाइन हैं तो भी आपका लैपटॉप या स्मार्टफोन हैक किया जा सकता है।
जॉर्जिया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक, डिवाइस के कम क्षमता वाले इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलों से भी हैक कर जानकारी चुराई जा सकती है।
अब यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि ये संकेत निकलते कहां से हैं, ताकि उनके खतरे को कम करने के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर डिजाइनरों की मदद की जा सके।
विभिन्न कंप्यूटरों से निकलने वाले संकेतों का अध्ययन करने के बाद अब अनुसंधानकर्ता यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि इनसे किस स्तर पर हैकिंग की जा सकती है। हैकिंग की भाषा में इसे 'साइडचैनल सिग्नल' कहते हैं।
जॉर्जिया टेक स्कूल ऑफ इंलेक्ट्रिकल एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर अलेंका जारिक के मुताबिक, अब तक हम इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय या वायरलैस कम्युनिकेशन के समय हैकिंग से बचने की कवायद करते थे, लेकिन अब पता चला है कि इंटरनेट का उपयोग नहीं करते समय भी हैकिंग का खतरा है।
अलेंका के मुताबिक, अब हम यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि इससे कितना बड़ा खतरा हो सकता है। साथ ही सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के मोर्चे पर इसे रोकने प्रयास कर रहे हैं।