ashish choudhary, khatron ke kiladi 6, khatron k khiladi 2015,
इस जीत के बाद आशीष कहते हैं , 'अपने करियर में हड़बड़ी में लिए गए कुछ फैसलों के बाद अब मैं उस मुकाम पर पहुंच गया हूं जहां मैं महसूस करता हूं कि आपको जिस काम में मजा आता है आप वो सर्वश्रेष्ठ तरीके से करते हैं. लक्ष्य का पीछा करते हुए आपको आनंद उठाते हुए आगे बढ़ना चाहिए.'
आशीष ने बताया हैं , 'खुश रहना, दिल में खुलापन रखना और कुछ अच्छे दोस्त बनाना ही वह रास्ता है जिसे मैंने चुना है और यही कारण था की मैंने खतरों के खिलाड़ी में भाग लिया था. मैं अगर नहीं जीतता तो भी यह मेरे लिए सबसे बड़ा विकल्प था. हार और जीत तो आते जाते रहते हैं बाकी क्या रह जाता है खुशियों से भरी यादें और संबंध. साहसी, दयालु होने और खुश रहने से कोई भी व्यक्ति किसी भी मुश्किल से बाहर निकल सकता है.'