बेंगलुरु. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सीजन 8 में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 21 गेंदों में 45* रन बनाने वाले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के सरफराज खान टॉकिंग प्वाइंट बन गए हैं। दिग्गजों से लेकर फैन्स तक की जुबान पर सरफराज का ही नाम है। ये वही सरफराज (17 साल) हैं, जो ऑक्शन में सबसे कम उम्र के क्रिकेटर थे। जब इन्हें बेंगलुरु ने 50 लाख रुपए में खरीदा तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। आर्थिक रूप से कमजोर सरफराज ने यह खबर सुनते ही तय कर लिया था कि इन पैसों से वे सबसे पहले क्या करेंगे।
सबसे अधिक पिता को करते हैं प्यार
सबसे अधिक अपने पिता नौशाद को प्यार करने वाले सरफराज ने बताया था कि वे उनके लिए एक कार लेंगे। उन्होंने कहा था, "मेरी लाइफस्टाइल में कोई बदलाव नहीं आएगा, लेकिन मैं सबसे पहले अपने पिता के लिए एक एसयूवी कार खरीदूंगा।" 2010 की घटना को याद करते हुए सरफराज ने बताया था, "एक रोड एक्सीडेंट में मेरे पिता का कंधा फ्रैक्चर हो गया था। उस वक्त मैं काफी डर गया था। मैं अपने पिता को सुरक्षित देखना चाहता हूं। एक्सीडेंट के बाद हमेशा मेरे पिता के घुटनों में दर्द रहता है।"
एसयूवी खरीदने का मन बनाया
सरफराज ने कहा, "पिता के एक्सीडेंट के बाद ही मैंने यह फैसला किया कि जब मेरे पास पैसा होगा, तो सबसे पहले मैं उनके लिए एक कार लूंगा। इसके लिए मैंने पैसे इकट्ठा करने भी शुरू कर दिए, लेकिन कार लेने के लिए वे काफी नहीं थे। पर अब मैं अपने पिता के लिए एक एसयूवी खरीदूंगा।"
पिता नौशाद क्रिकेट कोच हैं
सरफराज के पिता नौशाद एक क्रिकेट कोच हैं और आज भी वे मोटरसाइकिल से अपने दोनों बेटों सरफराज और मुशीर को लाने डेली कुर्ला से आजाद मैदान जाते हैं। सरफराज कहते हैं, "बाइक पर दो क्रिकेट किट बैग के साथ सफर तय करने से हमेशा खतरा बना रहा था, लेकिन ट्रेन से भी जाना आसान काम नहीं है। समय से प्रैक्टिस सेशन में पहुंचने के लिए मोटरसाइकिल का सहारा लेना ही पड़ता है।"
पिता इसलिए नहीं जा पा रहे मैच देखने
बेटे की उम्दा पारी के बारे में पिता नौशाद ने कहा, "मैंने उसकी बैटिंग घर पर टीवी पर देखी। मुझे बहुत खुशी हुई। यह बड़े प्लैटफॉर्म पर बड़ी इनिंग है। मैं छोटे बेटे मुशीर को फिलहाल ट्रेनिंग दे रहा हूं। वह भी क्रिकेट खेलता है। उसकी पढ़ाई और क्रिकेट अभ्यास में बिजी होने के कारण मैं मैच देखने स्टेडियम नहीं जा सका।"
भारत की अंडर 19 वर्ल्ड कप टीम के सदस्य थे
सरफराज 2014 में भारत की अंडर 19 वर्ल्ड कप टीम के सदस्य भी थे और रणजी ट्रॉफी में मुंबई की टीम से इसी सीजन में अपना पहला मैच खेला।