जोधपुर। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में सोमवार रात हुई मारपीट के मामले में प्रशासन ने 23 छात्रों को आगामी आदेश तक निलम्बित कर दिया है। इस अवधि में इनके कॉलेज में प्रवेश भी वर्जित रहेगा।
सोमवार रात को कॉलेज छात्रसंघ की ओर से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम स्पेक्ट्रो में दो गुट आपस में भिड़ गए थे और दोनों पक्षों में मारपीट हुई। इस मारपीट में बीई प्रथम वर्ष का छात्र श्रीचंद गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसे बाद में एमडीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। श्रीचंद के सिर और हाथ में गंभीर चोट आई है। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
कॉलेज कराया बंद, कार्रवाई की मांग : इस घटना के बाद छात्रों ने मंगलवार को कॉलेज के मुख्य द्वार पर हंगामा किया। छात्रों ने कॉलेज का मुख्य द्वार बंद कर दिया और छात्र-छात्राओं को कैम्पस में अंदर नहीं आने दिया। छात्रों की मांग थी कि एफआईआर में जिनके नााम है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
पुलिस मौके पर पहुंची और मुख्य द्वार को खुलवाया। इस मौके पर महेन्द्र विश्नोई, राव रिडमल, भानुप्रताप, कार्यवाहक छात्रसंघ अध्यक्ष सुमेश बालन, महासचिव अंकित गहलोत, कॉलेज छात्रसंघ उपाध्यक्ष भानुप्रताप, विधि संकाय उपाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह, जितेन्द्र भायल, रामजीवन विश्नोई, महेन्द्र सिंह कोलू सहित अन्य छात्रनेता मौजूद थे।
इन्हें किया निलम्बित
इस घटना के बाद एमबीएम कॉलेज के डीन प्रो. कमलेश पुरोहित की अध्यक्षता में कॉलेज की अनुशासनात्मक कमेटी ने बैठक की और एफआईआर में जिन 23 इंजीनियरिंग के छात्रों के नाम थे, उन्हें निलम्बित कर दिया। निलम्बित होने वाले छात्रों में विकास मूण्ड, शुभम भारद्वाज, विकास साहू, कमलेश, परमाराम, देशरथ चौधरी, संदीप बैनिवाल, अशोक ढोढवाल, दिनेश लामरोड, हिमांशु चौधरी, विकास नैण, राजेन्द्र कस्वा, पंकज लूणिया, राकेश खीचड़, विवेक चाहर, योगेश रूलानिया, अभिनव जांगू, नितेश ऎचरा, राजेश बगडिया, सतपाल पडगड, नवीन डेला, मुकेश भाम्बु, सुरेन्द्र बाल्वा शामिल है।
अब आगे क्या
इन छात्रों के माता-पिता को पत्र लिखकर बुलाया जाएगा, सभी निलम्बित छात्रों के बयान दर्ज होंगे, घायल छात्र की हालत सुधरने पर उसके बयान होंगे, जांच में आरोप सही पाए गए तो सभी छात्रों का निष्कासन, आगामी आदेश तक यह निलम्बित छात्र परीक्षाओं में शामिल नहीं।