गर्मियों के शुरू होते ही हम ठंडी चीजों का प्रयोग करने लगते हैं दरअसल, समर में वातावरण में नमी काफी बढ जाती है। आने वाले दिनों में तापमान और बढेगा। ऎसे में कूलर, एसी, पंखे और फ्रिज की खास की देखभाल बहुत जरूरी है। बाहर का तापमान 40-41 डिग्री क्यों ना हो लेकिन घर के अंदर का माहौल कूल रहना चाहिए। जिससे तेज गर्मी से राहत मिल सके।
यहां हम बता रहे हैं, कूलिंग सिस्टम की कूलिंग बनाये रखने के लिए कुछ कारगर उपाय अपनाएं और कूलिंग सिस्टम की कूलिंग रहे कूल-कूल :-
सीलिंग फैन सीलिंग फैन हमेशा अच्छे कम्पनी के खरीदने चाहिए, साथ ही यह भी देख लें कि इनमें थ्री-वे या फोर-वे वॉल कंट्रोल हो। सर्दियों में फैन को बंद कर दिया जाता है और इसकी देखभाल पर भी ध्यान नहीं दिया जाता है। अधिक समय से फैन बंद हो तो भी इसमें आवाज आती है। इसमें ल्यूब्रिकेंट कम हो जाता है और बियरिंग्स से आवाज आने लगती हैं और फैन जल्द ही गरम हो जाता है। तो फैन को तुंरत बंद कर देना चाहिए और किसी अच्छे मेकनिक को बुलाकर ठीक कराना चाहिए, बियरिंग में आवाज ना हो, तो इसके लिए मोटर पर ग्रिस आदि का प्रयोग करना चाहिए।
कूलर गर्मियों के दिनों में कूलर की आवश्यकता अधिक पडती है और कूलर की ठंडक बनाये रखने के लिए इसकी नियमित देखरेख अति आवश्य है। कूलर के पुराने पैड्स में धूल-मिट्टी शीघ्र जमा हो जाती है जिससे कूलर प्रदूषित हवा देने लगता है,जिससे सांस संबंधी रोग होने का खतरा बढ जाता है। इसलिए साल में एक बार पैड्स जरूर बदलने चाहिए। जहां पानी में मिनरल्स ज्यादा होते हैं, वहां इन्हें 2 बार बदला जाता है। सप्ताह में कम से कम एक बार कूलर की सफाई जरूर करें। कूलर की नियमित सफाई ना होने से मच्छर इत्यादि पनप जाते हैं जिन्हें से काफी सारी बीमारियों होने का खतरा बढता हैं। कूलर का इस्तेमाल जब ना हो, तो उसकी अच्छी तरह से सफाई करनी चाहिए, अच्छ से पैक करके रखना चाहिए।
एयर कंडिशनर एसी को विंडो की छायादार वाले स्थान पर रखना चाहिए। इससे एसी को कम ऊर्जा की जरूरी पडती है। अगर आपका एसी गेलरी में रखा है तो वहां आप पौधों को रख सकते है लेकिन एक बात का खास ध्यान रहें कि हवा ना रूके। वर्ष में एक बार कूलिंग कॉइल्स साफ करे। कंप्रेसर को अच्छे से सफाई करें, इसके लिए आप वॉटर हॉज का प्रयोग करें। जब एसी की जरूरत ना हो,तो इससे अच्छे से ढक दें। एसी पैनल्स को चेक करें कि वे ठीक प्रकार से कसे है या नहीं।
रेफ्रिजरेटर रेफ्रिजरेटर की कम से कम महीने में 1-2 बार जरूर सफाई करें। वेजटेबल बास्केट्स व पैनल्स को लाइट डिटरजेंट, वीम और पानी के घोल उसकी नियमित सफाई करते रहे। जिससे उन्हें कीडाओं से बचाया जा सके। ऑटोमेटिक डिफ्रॉस्ट फ्रिज में पानी डे्रन होल के जरिये निकल कर फ्रिज के नीचे बने ड्रिप पैन में एकत्र होता है। इसे साफ करते रहना चाहिए। एक बात का खास ध्यान रखें कि चौथाई इंच से ज्यादा आइस ना जमे। इससे फ्रीजर पर बुरा असर पडेगा साथ ही फ्रीजर का टेंपरेचर असंतुलित होगा और फ्रिज की कूलिंग पर बुरा प्रभाव पडेगा जिससे फ्रिज में रखे ताजे फल व सब्जियों जल्दी खराब हो जाती हैं और बिजली की खपत अधिक होती है। फ्रिज के कंडेेन्सर कॉइल्स को महीने में कम से कम दो बार जरूर साफ कर लेना चाहिए। जिससे फ्रिज की ऊर्जा में कोई कमी ना आए। कंडेंसर कॉइल्स अधिकतार फ्रिज के पीछे और नीचे की तरफ होते हैं। इसलिए इसकी देखभाल अच्छे से करना चाहिए।