जयपुर। पेट्रोल-डीजल के दिनों-दिन बढ़ते दामों ने आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है। घर के पास ही कहीं जाना हो, तो कार में एक बार में 200 रूपए का पेट्रोल डलवाना ही पड़ता है। अब यदि आपके पास कोई ऎसा अल्टरनेटिव जुगाड़ मिल जाए, जिससे आपकी कार की माइलेज 15 से 18 प्रतिशत बढ़ जाए, तो पेट्रोल के बढ़ते दामों से राहत मिल सकती है और चेहरे पर सुकून आ सकता है। पानी से कार चला पाना भले ही अभी संभव नहीं हो, लेकिन अब पानी की मदद से कार का माइलेज जरूर बढ़ाया जा सकता है।
राजस्थान यूनिवर्सटी के पूर्व प्रोफेसर और विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी के चेयरमैन प्रो. वाई.के. विजय ने एक ऎसा किट तैयार किया है, जिसकी मदद से ईधन में पानी के विशिष्ट गुणों के इस्तेमाल से माइलेज बढ़ाया जा सकता है। खास बात यह है कि प्रो. विजय की पांच साल की मेहनत का परिणाम अब जाकर मिला है। इस "केटेलिक्स फ्यूल किट फॉर कार" को अब नई दिल्ली स्थित टेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन फॉर कॉस्टिंग एंड असेसमेंट काउंसिल (टाइफेक) और पेटेंट ऑफिस ने इसे मार्केट में उतारने की हरी झंडी दे दी है। खास बात यह है कि इससे ईधन की एफिशिएंसी दस फीसदी बढ़ती है और प्रदूषण भी कम होता है।
पांच साल से कर रहे हैं प्रयोग
प्रो. विजय पिछले पांच साल से अपनी कार को इस किट की मदद से चला रहे हैं। फिलहाल इसमें दूसरा फ्यूल (पेट्रोल या एलपीजी गैस) भी काम में लिया जा रहा है, लेकिन आने वाले समय में उन्नत तकनीक और एफिशिएंट किट से पूरी तरह पानी के विघटन से चल सकने वाली कार भी सड़कों पर दौड़ सकती है।
ऎसे काम करता है किट
इस किट को 1300 सीसी क्षमता वाली कार के इंजन के साथ फिट किया गया है। यह छोटा होने की वजह से कार के इंजन के साथ ही फिट हो जाता है। इस किट में पानी डाला जाता है। अब कन्वेंशनल फ्यूल से गाड़ी स्टार्ट की उसके बाद इस किट को स्टार्ट किया। इस किट से एडिशनल फ्यूल जनरेट होता है, जो कि हाइड्रोजन रिच है। यह फ्यूल एयर फिल्टर के जरिए गाड़ी के इंजन में प्रवेश करता है, जिससे गाड़ी में कन्वेंशनल फ्यूल पूर्णतया जलने में सहायक होता है, जिससे गाड़ी की एफिशिएंसी बढ़ती है। अभी यह हो रहा है कि गाड़ी में फ्यूल पूर्णतया जलता नहीं है। इस वजह से पॉल्यूशन लेवल हाई रहता है।
कार्बन भी नहीं निकलता
पेट्रोल और डीजल से चलने वाली कार में इनके जलने के बाद 85 प्रतिशत तक कार्बन पैदा होता है, जबकि इस किट को लगाने के बाद जलने वाले पेट्रोल से कार्बन नहीं निकलता है। चूंकि हाइड्रोजन काफी ज्वलनशील होता है। ऎसे में यह पेट्रोल या डीजल के उस अनबर्न हिस्से को भी जला देता है, जो अक्सर धुंआ बनकर निकलता है। इस किट को लगाने के बाद कार बिल्कुल ईको फ्रैंडली हो जाती है।
पानी से कार चलने का दावा
प्रो. विजय का दावा है कि फ्यूचर में कार पानी से भी चलेगी। इसके लिए किट के साइज को बढ़ाने पर काम हो रहा है। फिलहाल जो किट है उससे 1 एमएल प्रति सैकंड हाइड्रोजन निकलता है। यदि इस किट का साइज इतना बढ़ा दिया जाए कि 1300 एमएल प्रति सैकंड हाइड्रोजन निकलने लगे तो इस कार को केवल पानी की बदौलत ही चलाया जा सकता है।
global university prof y k vijay facts , car runs with water