मदर्स डे: माँ को बस ये दे दीजिए, वो हमेशा खुश रहेगी

सबसे अच्छा और सच्चा रिलेशनशिप माना जाता है मां से। इस रिलेशनशिप में कोई डिमांड नहीं होती सिर्फ प्यार ही प्यार होता है। बच्चों की आदतों, जरूरतों उनकी तकलीफों को एक मां से बेहतर और कोई नहीं समझ सकता। इसलिए ये रिश्ता खास होता है और सबसे प्यारा भी। 

जिस तरह मां बिना कुछ कहे बच्चों की सारी बातें समझ लेती है, ऐसी ही समझ बच्चों के अंदर भी होनी चाहिए कि उनकी परेशानियों को भी वो वैसे ही समझ सकें। मदर्स डे (10 मई) के मौके पर इसी रिश्ते के बारे में बातें करेंगे जिनका ख्याल रखकर आप मां से अपने रिलेशन को और मजबूत और गहरा बना सकते हैं।

1. उम्मीद
किसी भी चीज के बदलने में थोड़ा वक्त लगता है और यही वक्त आपको इस रिश्ते में भी देना है। आप बेशक बाहर रहकर बहुत कुछ सीख चुके हैं, खाने-पीने, उठने-बैठने, बात करने के तौर-तरीके। लेकिन आपने इन चीजों को सीखने में वक्त लिया था, तो इस रिलेशनशिप को भी वक्त दें। कई बार बच्चों को लगने लगता है कि उनकी मां उनके दोस्तों के बीच फिट नहीं बैठती। इस वजह से वो उनसे कटे-कटे से रहने लगते हैं। तो इसका बहुत ही आसान-सा तरीका ये है कि बच्चों को अपनी मां को अपनी सोशल लाइफ से रू-ब-रू कराना चाहिए और उनसे बदलने की उम्मीद करनी चाहिए।
Other things to do: सहमत और असहमत होना, माफ करने की आदत डालें, खुद को उनकी जगह रख कर सोचें, किसी तीसरे को बीच में न लाएं, शेयर करें, ख्याल रखें।

2. सहमत और असहमत होना
किसी भी अन्य रिश्ते की तरह इस रिश्ते में भी बहुत सी बातों को लेकर मतभेद हो सकते हैं। लेकिन इसका मतलब आपस बातचीत बंद कर देना बिल्कुल नहीं होता। ऐसी बहुत-सी बातें होती हैं, जिनसे आप सहमत हो सकते हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि आपकी मां भी। इसका कारण उनकी सोच होती है जो उस वक्त के हिसाब से बनी होती है। कहते हैं कि अनुभव बहुत सारी चीजें सिखा देता है और ज्यादातर मतभेद अनुभव और नई सोच को ही लेकर होता है। इसलिए किसी भी बात पर बहस करने के बजाय उसके पीछे के कारणों को जानकर, उसे खत्म करने की कोशिश करें या उसका उचित समाधान निकालें।

3. माफ करने की आदत डालें
बेशक माफी सारी गलतियों का हल नहीं होती, लेकिन तमाम तरह के संकोच, आपसी टकराव और तनाव को दूर करने का जरिया जरूर होती है। जैसे मां ने आपको कब, कैसे और किन परिस्थितियों में माफ करना सिखाया था, यह याद रखें। पुराने और नए जमाने की बहुत सारी चीजें हैं, जिन्हें लेकर सॉरी और थैंक्यू का सिलसिला चलता रहता है तो इन्हें समझें और माफ करने की आदत डालें।

4. खुद को उनकी जगह रख कर सोचें
कोई भी काम करने से पहले एक बार अपनी मां की जगह खुद को रखकर देखें। इससे आप बेहतर तरीके से उनकी भावनाएं, उनकी फ्रिक और उनके नजरिए को समझ पाएंगे। कई बार हमें लगता है कि मां हमारी बातें नहीं समझतीं, बस आदेश और सलाह देती रहती हैं। उनकी इस आदत से उलझन होने लगती है, जो कई बार लड़ाई-झगड़ों तक पहुंच जाती है। इसलिए जब भी ऐसा लगे, एक बार जरूर खुद को अपनी मां की जगह रखकर सोचें।

5. किसी तीसरे को बीच में न लाएं
वैसे तो मां-बेटी का रिश्ता हो या मां-बेटे का, दोनों ही प्यारे होते हैं और इनकी अपनी-अपनी जगह होती है। लेकिन कई बार मिसअंडरस्टैडिंग की वजह ऐसी परिस्थितियां खड़ी हो जाती हैं, जिन्हें लेकर किसी तीसरे को शामिल करने की नौबत आ जाती है। यह बिल्कुल गलत है। बच्चों को लगता है कि मां उनपर ज्यादा बंदिशें लगाती हैं। हर बात में रोक-टोक और समझाना उनकी आदत होती है, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं होता। इसके पीछे उनका मकसद बच्चों को योग्य बनाना होता है। जब भी किसी बात को लेकर टकराव की नौबत आए तो शांति से दोनों को बैठकर उसे सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए, न कि किसी तीसरे को बुलाकर बात को और बढ़ाना चाहिए।

6. शेयर करें
बचपन में अपनी हर छोटी बातों, लड़ाई-झगड़ों और हार-जीत की बातें शेयर करने के लिए हर वक्त मां ही हुआ करती थी। वह आपकी गलतियों पर डांटती और अच्छाइयों को बढ़ावा देती थी। इसे याद रखें और उसे बरकरार रखें। अपनी परेशानियों, काम को लेकर किसी प्रकार का कोई तनाव, मानसिक परेशानी और अन्य किसी भी प्रकार की कोई प्रॉब्लम हो तो उसे शेयर करें। यकीन मानिए, ऐसी शेयरिंग से मां को भी अच्छा लगेगा और आपकी हर प्रकार की समस्याओं को भी हल निकल जाएगा।

7. ख्याल रखें
मां ने काफी वक्त तक आपका ख्याल रखा है, अब बारी आपकी है। उनकी छोटी-मोटी जरूरतें, उनकी पसंद-नापसंद आदि को जानने की कोशिश करें। उन्हें बाहर खाने पर लेकर जाएं, शॉपिंग कराएं, किसी दिन घर का पूरा काम आप करें। मां के साथ-साथ आपको भी ऐसा करके खुशी मिलेगी और आपको उनकी जिम्मेदारियों का भी एहसास होगा। आपकी ये आदत मां से आपके रिश्ते को और गहरा बनाती है।

Mothers day special , happy mothers day celebration 

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