अमृतसर। अमृतसर में एक प्लास्टिक बेबी के जन्म का मामला सामने आया है। मामला पंजाब के अमृतसर जिले के राजसांसी का है। इसे लेकर लोग हैरत में हैं। अमृतसर के गुरु नानक देव मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डॉक्टरों ने शुक्रवार को बच्चे का परीक्षण किया।
गुरु नानक देव मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के बाल चिकित्सक डॉ एम एस पन्नू ने प्लास्टिक बेबी के जन्म की पुष्टि करते हुए कहा कि इसे शुक्रवार को अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था।
डॉक्टर पन्नू ने कहा कि बच्ची एक रबड़ के गुड़िया की तरह दिखती है और उसका चेहरा मछली की तरह है। उन्होंने कहा कि किसी के छूने के साथ ही वह रोने लग जाती है। उसकी आंखें और होंठ लाल हैं। डॉक्टर ने कहा कि वह मां से पोषण भी नहीं ले सकती है।
उन्होंने कहा कि यह एक प्रकार का अनुवांशिक विकार है। यह कुछ जीन्स के उत्परिवर्तन और जन्मगत शल्की त्वचा के अप्रभावी होने से होता है। छह लाख नवजात शिशुओं में से एक प्लास्टिक बेबी भी पाया जाता है। प्लास्टिक बेबी एक रबड़ के गुड़िया की तरह लगती है और उसकी त्वचा सांप की तरह होता है। छह लाख नवजात शिशुओं में इस तरह के बच्चे विरले ही होते हैं। प्लास्टिक नवजात को वैज्ञानिक रुप में कोलोडियन बेबी के रूप में जाना जाता है।
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