अक्सर हमने देखा है कि फलों के राजा आम को सबसे ज्यादा महत्वता दी जाती है। किसी भी तरह की पूजा हो उसमें आम के पत्तो का अपना अलग ही महत्व होता है। आज हम आपको बताते हैं कि आखिर क्यों आम को क्यों माना जाता है आस्था का प्रतीक
वंश को बढावा
हमने अपने पूराने ग्रंथ जैसे महाभारत और रामायण में देखा है कि किस तरह आम खाने से उनका वंश आगे बढता है। इस तरह से इस फल को प्यार का सकेंत भी माना गया है।
आम पत्ता
आम के पत्तों को बहुत शुभ माना गया है और इसलिए जब भी हम कोई पूजा अर्चना करते हैं तो पानी के कलश को आम के पत्तों से सजाते हैं और फिर उसके उपर नारियल रखते हैं। ऎसा माना गया है कि आम के पत्तों से सारा वातावरण शूद्ध हो जाता है।
बूरी नजर का खातमा
जब भी हम नया घर लेते हैं तो आम के पत्तों की तोरण बनाकर दरवाजे पर टांग देते है। ऎसा माना गया है कि आम के पत्तों से घर में खूशियां तो आती ही है साथ ही ये घर को बुरी नजरों से भी बचाता है।
जैन धर्म की मान्यता
जैन धर्म की ऎसी मान्यता है कि उनके भगवान आम के पेड के नीचे बैठ कर तपस्या किया करते थे। इस कारण से जैन समाज की आम के पैड में काफी आस्था है।