इसलिए बच्चों को दिया जहर, खुद फांसी पर झूल गई

पूर्वी दिल्ली। शकरपुर इलाके में मां ने दो बेटों को जहर देकर मारने के बाद फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों के शव बरामद किए। तीनों की पहचान नीतू सिंह (30), तनिष्क (5), रेयान (2) के रूप में हुई। खुदकशी से पहले नीतू ने कमरे की दीवार पर सुसाइड नोट भी लिखा, लेकिन इसमें कारणों का जिक्र नहीं है।

हालांकि मायके वाले हत्या का अंदेशा जता रहे हैं। उनका कहना है कि नीतू के पति राहुल ठाकुर (32) के भाभी से अवैध संबंध थे। इसको लेकर पति-पत्नी के बीच तनाव रहता था। उसे दहेज के लिए मारा पीटा भी जाता था और जान से मारने की धमकी दी जाती थी।

इस आरोप को राहुल के परिवार ने खारिज कर दिया है। पुलिस ने दहेज प्रताड़ना, दहेज हत्या, हत्या, जान से मारने की धमकी और समूह में घटना को अंजाम देने की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ पुलिस ने देर शाम राहुल और उसके भाई राजेश ठाकुर (34) को गिरफ्तार कर लिया।

जानकारी के मुताबिक, टैगोर गार्डन के जनता फ्लैट में रहने वाली नीतू की शादी साढ़े छह साल पहले एस-9, गली नंबर एक, सुंदर ब्लॉक, शकरपुर निवासी राहुल ठाकुर के साथ हुई थी। राहुल पेशे से साफ्टवेयर इंजीनियर है। वह गुड़गांव की एक कंपनी में काम करता है। दोनों से दो बच्चे थे। राहुल के परिवार में मां माया देवी, बड़ा भाई राजेश ठाकुर, भाभी शैलजा और उनके बच्चे हैं।

राजेश ठाकुर परिवार और मां के साथ पहली मंजिल पर रहता है, वहीं राहुल परिवार के साथ मकान की दूसरी मंजिल पर शिफ्ट हो गया था। बृहस्पतिवार को राहुल दफ्तर से रात करीब 9 बजे घर लौटा तो रोजाना की तरह पहली मंजिल पर ही रुक गया, लेकिन उसे बच्चों की आहट सुनाई नहीं दी। दूसरी मंजिल पर जाकर उसने देखा तो नीतू का बेडरूम अंदर से बंद था। खिड़की से झांक कर देखा तो नीतू रस्सी के सहारे पंखे से लटकी हुई थी।

राहुल के चीखने पर परिवार के अन्य लोग भी ऊपर पहुंच गए। तेज धक्के से दरवाजा खोला गया तो देखा कि दोनों बच्चे फर्श पर लेटे हुए थे और उनके मुंह से झाग निकल रहा था। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है। उधर, एसडीएम प्रीत विहार ने भी दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए हैं।

अवैध संबंध की बलि चढ़ी तीन जान!
स्वदेश कुमार, पूर्वी दिल्ली। एक अच्छा हंसता-खेलता परिवार इस कदर बिखरने के कगार पर पहुंच चुका है इसका अंदाजा किसी को नहीं था। अपने कलेजे के टुकड़ों को जहर देकर मारने के बाद खुदकशी के अंजाम तक पहुंचने वाली नीतू सिंह के सामने आखिर ऐसी क्या परिस्थितियां उत्पन्न हो गई थीं, इसका खुलासा तो पुलिस ही कर सकती है। नीतू के भाइयों की मानें तो उनकी बहन को अपने पति के चरित्र पर शक था। दोनों के बीच अक्सर इस बात को लेकर झगड़ा होता रहता था।

नीतू के भाई संदीप और नरेंद्र ने पुलिस को दी लिखित शिकायत में आरोप लगाया है कि राहुल के भाभी से अवैध संबंध थे। इसका नीतू विरोध करती थी। कई बार उसने सास को इसकी जानकारी भी दी तो वह राहुल से उसकी शिकायत कर देती थी। राहुल का बड़ा भाई राजेश ठाकुर छोटा-मोटा काम करता है। उसके ऊपर काफी कर्जा था। राहुल की अच्छी नौकरी थी। वह दोनों परिवारों का खर्चा उठाता था। उसने राजेश का कर्जा भी उतार दिया था, लेकिन नीतू और बच्चों से उसका लगाव बहुत कम रहता था। नीतू दूसरी मंजिल पर रहती थी, जबकि राहुल का ज्यादातर समय पहली मंजिल पर भाई और भाभी के साथ बीतता था। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि भाभी को लेकर कुछ कहने पर वह नीतू की पिटाई करने लगता था। उसने तलाक की धमकी भी दी थी। पिछले दिनों दोनों में विवाद हुआ तो भाई संदीप ने आकर सुलह कराई थी।

चार लोगों को बताया मौत का जिम्मेदार
दीवार पर लिखे कथित सुसाइड नोट में नीतू ने लिखा है कि राहुल मैंने तुम्हें बहुत प्यार किया, लेकिन तुमने कभी नहीं किया। मुझसे अब और बर्दाश्त नहीं होता। इसलिए मैं जा रही हूं। दूसरी दीवार पर नीतू ने लिखा कि मैं शैलजा राजेश ठाकुर, बबिता और पप्पू के कारण खुदकशी कर रही हूं। उसने एक लाइन और लिखा है कि मेरे परिवार को जलील मत करना राहुल।

कुछ समय पहले तक अच्छे थे संबंध
नीतू और राहुल के बीच ऐसा नहीं है कि शादी के समय से ही संबंध खराब थे। दो-ढाई साल पहले ही दोनों गोवा भी घूमने गए थे। राहुल ने गाजियाबाद के इंदिरापुरम में एक बड़ा फ्लैट खरीदा था, वह भी नीतू के नाम पर ही था। बताया जाता है कि यह फ्लैट 50 लाख रुपये का था। नीतू कुछ दिन इस फ्लैट में भी रही थी, लेकिन राहुल परिवार के दबाव में फिर पत्नी और बेटों को शकरपुर लेकर आ गया। इनसे यह लगता है कि दोनों के बीच संबंधों में तकरार हाल में ही उत्पन्न हुआ था।

चरित्र पर उठाए थे सवाल
नीतू और राहुल के बीच झगड़े का एक वीडियो संवाददाता के पास उपलब्ध है। इसे नीतू ने ही बनाया है। इसमें वह राहुल को जो बातें कह रही है उससे नीतू के भाइयों के आरोपों को बल मिलता है। इसमें वह अवैध संबंधों की बात कह रही है। इसके साथ उसके पहली मंजिल पर रहने पर भी नीतू सवाल उठा रही है।

राहुल के परिवार ने खारिज किए आरोप
राहुल के परिवार ने नीतू के भाइयों के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि पिता की मौत के बाद नीतू ने अपने भाइयों से संबंध तोड़ दिया था, लेकिन आज वे सामने आकर इस तरह के आरोप लगाकर परिवार की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।

क्या कहते हैंं मनोचिकित्सक
इसे मनोविज्ञान में एक्सटेंडेड सुसाइड का नाम दिया गया है। इसमें अवसाद ग्रस्त मरीज न सिर्फ खुद को मुक्त करना चाहता है, बल्कि उसके ऊपर जो निर्भर हैं उन्हें भी इस दशा से मुक्त कर देना चाहता है। यह बीमारी मनोविज्ञान में सौ साल पहले ही पहचानी जा चुकी है। इस तरह के कई मरीजों को हमने देखा है। अगर इनका सही समय पर इलाज हो जाए तो हम एक नहीं उस पर निर्भर अन्य जान को भी बचाते हैं।
निमेष जी देसाई, निदेशक, मानव व्यवहार संबद्ध विज्ञान संस्थान (इहबास)

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