गर्मियों का सीजन में एक ओर जहां ताजा रसीले फलों और हरी-भरी सब्जियां खाने का मजा आता है, वहीं इस मौसम में पॉइजनिंग के होने का खतरा भी होता है। यह बीमारी टेस्टी खाने से भी हो सकती है। हो सकता है। यह खाना ऎसी जगह पर बना होगा, जां सालमोनेला, ई बैक्टीरिया होंगे।
गैस्ट्रोलॉजी के अनुसार- फूड पॉइजनिंग ढाबे के ही नहीं, फाइव स्टाइर होटल में बने खाने से भी हो सकती है। अगर सब्जियां अच्छी तरह से साफ न की गयी हों और उन्हें अच्छी तरह से पकाया न गया हो, तो फूड पॉइजनिंग हो सकती है। कई लोग बाथरूम से अपने के बाद अपने हाथ अच्छी तरह से साफ नहीं करते या फिर उनमें पहले से ही इन्फेक्शन होता है, तब इन हाथों से खाने बनाने से यह चीजें दूषित हो जाती है।
घरेलू उपाय फूड पॉइजनिंग बहुत ज्यादा नहीं है। तो कुछ घरेलू टिप्स भी आजमाएं जा सकते हैं।
फूड पॉइजनिंग होने पर चावल का मांड पिलाने से भी फायदा होता है।
शरीर को डिहाइड्रेट होनेसे बचाने के लिए मरीज को तरल चीजें दें ये चीजें पानी, सेब का जूस या सूप कुछ भी हो सकती हैं। पानी हमेशा उबाल कर इस्तेमाल में लाएं।
उल्टियों में आराम के लिए दांतों के बीच में एक लौग या अदरक दबा कर रखने के लिए दें और एक जरूरी बात घर में अगर एक व्यक्ति को पॉइजनिंग हुई है तो बाकी की घर के सदस्यों को इस बात का खास ध्यान रखें कि रात का बासी खाना बिल्कुल न खाएं खासतौर पर होटल का बना खाना। रोटी।
अच्छी तरह से धो कर पकायी गयी सब्जियों और फल दें।
फूड पॉइजनिंग होने पर शरीर में पोटैशियम का स्तर काफी कम हो जाता है।
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