मुंबई इंडियन्स के दूसरी बार आईपीएल विजेता बनने के बाद टीम के मेंटर सचिन तेंडुलकर ने कहा कि मुंबई इंडियन्स के खिलाड़ियों को पता था कि वो इस सीजन में वापसी कर सकते हैं। खासकर तब, जब वो शुरुआती चार मैच हार चुकी थी। सचिन के अनुसार ये टीम वर्क और मुसीबत में साथ खड़े रहने का नतीजा है। गौरतलब है की आईपीएल-8 में खराब शुरुआत करने वाली मुंबई की टीम ने पहले चार मैच हारे थे, लेकिन बाद में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 16 में से 10 मैच जीत लिए। मुंबई ने इससे पहले 2013 में भी चेन्नई को हराकर ही आईपीएल का खिताब जीता था।
ये कहा सचिन ने
जीत के बाद सचिन ने कहा, "टूर्नामेंट में खराब शुरुआत के बाद भी हमारे दिमाग में कोई संदेह नहीं था। हमें पता था कि हमारे पास ऐसी बैटिंग लाइन-अप है जो बड़ी पारी खेल सकती है। लसिथ मलिंगा सभी आईपीएल में मुंबई इंडियन्स के लीड बॉलर रहे हैं। बस की-प्लेयर्स के फॉर्म में आने की देरी थी। हमें शुरुआत से ही ये विश्वास था कि हम वापसी कर सकते हैं। इसके लिए हमने कड़ी मेहनत की, प्लानिंग की और उसे अमल में लाए। ये जीत इस बात का नजीता है कि हम मुश्किल समय में एक टीम के रूप में साथ खड़े रहे।"
ये थी टीम में सचिन की भूमिका
गौरतलब है कि आईपीएल-8 में मुंबई इंडियन्स एकमात्र ऐसी टीम थी जिसके पास दिग्गजों का सपोर्टिंग स्टाफ था। रिकी पोंटिंग, सचिन, कुंबले, रॉबिन सिंह जैसे दिग्गज इस टीम के साथ जुड़े थे। अपने रोल के बारे में सचिन कहते हैं, "मैं हर वक्त टीम के साथ खड़ा रहा और जब-जब उन्हें मेरी जरूरत हुई मैंने उन्हें सही दिशा में खेलने की सलाह दी। सपोर्टिंग स्टाफ ने टीम के लिए जबरदस्त काम किया। जब भी मुझे कुछ विचार आया, मैंने वो टीम के साथ शेयर किया। शुरुआत के हिसाब से हमारी वापसी बेहद शानदार रही।"
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