हमारे समाज में बहुत सी प्राचीन मान्यतायें है जिनके कारण बहुत से कामों को शकुन-अपशकुन की नजरों से देखा जाता है। जानें, कुछ ऎसे अंधविश्वासों के बारे में जिन पर शायद आप भी बिना किसी आधार के विश्वास करते हों...
चिडियां और भाग्य: माना जाता है एक गोरैया देखना दुर्भाग्य लेकर आता है। दो गोरैया देखना सौभाग्य लाता है, तीन देखना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, एक साथ चार गोरैया देखना धनवान बनाता है, पांच देखने से स्वास्थ्य खराब होता है और छह गोरैया देखना मौत को बुलावा देता है।
मृत्यु से जु़डा अंधविश्वास: आपने सुना होगा, जब परिवार में किसी का जन्म होता है या किसी की मृत्यु होती है तब घर में या मंदिर में 15 दिनों तक दीपक नहीं जलाना चाहिए। अंधविश्वास है कि मृत्यु होने के अगले एक साल तक न ही किसी शादी के उत्सव में शरीक नहीं होना चाहिए और नहीं किसी शुभ कायों का आयोजन किया जाना चाहिए।
सफेद रंग से जुडा अंधविश्वास: वैसे तो सफेद रंग को शान्ति का प्रतीक माना जाता है लेकिन सफेद रंग को दुख, विलाप और मौत से जो़डकर भी देखा जाता है। इसलिए निमंत्रण में कभी भी सफेद फूलों का प्रयोग नहीं किया जाता है और न ही पैसे भेजने के लिए सफेद लिफाफे का प्रयोग किया जाता है।
क्रो-शिट से जुडा अंधविश्वास: माना जाता है कि किसी पक्षी का आपके ऊपर, आपकी किसी प्रॉपर्टी या कार पर बीट करना आपके लिए गुड लक लाता है। गुड लक धन के मामले में। यानी आप अमीर होते हैं। बीट करने वाले पक्षियों की संख्या जितनी ज्यादा होगी, आप उतने ही अमीर होंगे।
ऎसा माना जाता है कि नए साल की पूर्व संध्या पर अंगूर खाना अशुभ होता है। जैसे ही घडी की सूइयां 12 बजाती है लोग 12 अंगूर खाते हैं ताकि अगले 12 महीने उनके लिए लकी रहें।
astro vani , tonay totkay , good luck and bad luck