नई दिल्ली। दिल्ली और एनसीआर में कल के तूफान के बाद रात से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है। साफ है, तपती दिल्ली को राहत मिली है और मौसम सुहाना हो गया है लेकिन मौसम का ये मिजाज ऐसा ही नहीं बना रहेगा। मौसम विभाग की माने तो इस महीने 120 किलोमीटर से भी ज्यादा रफ्तार वाली तूफानी हवाएं बार-बार चलेंगी। जिससे जनजीवन को खतरा भी हो सकता है।
सांय-सांय चलने वाली तेज हवाओं के कहर को देश भूला भी नहीं है कि फिर से मौसम का मिजाज डराने लगा है। मौसम विभाग के जानकारों की मानें तो इस बार देश को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। एक बार फिर तूफानी हवा का कहर टूटने वाला है। दिल्ली में शनिवार को हल्की बारिश के साथ आए तूफान से जब 7 डिग्री तक पारा गिरा तो सबकी नजर मौसम विभाग की अगली भविष्यवाणी पर थी। लेकिन मौसम विभाग ने जब हर पैमाने पर बदले हालात को कसा तो एक डरावनी खबर आई। मौसम विभाग के मुताबिक, इस महीने आंधी-तूफान रिकॉर्ड तोड़ेंगे। जून में ही सात से आठ बार तक तूफान आ सकते हैं। इन तूफानों की रफ्तार 120 किमी/घंटे से भी ज्यादा हो सकती है।
मौसम विभाग के डायरेक्टर डीपी यादव ने बताया कि ये आंधियां मामूली नहीं होंगी। ये धूल भरी आंधियां होंगी और गरज के साथ आने वाले तूफानों का सामना करना पड़ सकता है। मौसम वैज्ञानिकों का दावा है कि सात साल में मौसम का ऐसा रूप पहली बार देखने को मिलेगा।
मौसम वैज्ञानिकों का ये खुलासा डराने वाला है। दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में एक ही महीने में बार-बार तूफान आने की चेतावनी सामान्य तो नहीं ही है। मौसम वैज्ञानिकों ने इस बदलाव की वजह भी बताई है। उनके मुताबिक, इस बार लंबे समय तक लू चलने और आर्द्रता के कारण ज्यादा आंधी-तूफान आएंगे। गर्मी ज्यादा होने पर स्थानीय मौसम में अस्थिरता आती ही है। ऐसे में थार रेगिस्तान से चलने वाली धूल भरी तेज हवाएं उत्तर भारत के मैदानों की तरफ आने लगती हैं।
दिल्ली के इतिहास पर नजर डालें तो बीते सात साल में 2010 में सबसे ज्यादा तीन बार जून में धूल भरी आंधी और गरज वाले तूफान आए थे। इस दौरान हवा की गति भी कम रहती थी। पर इस बार यह 120 किलोमीटर प्रति घंटा का आंकड़ा पार कर सकती है।