खबर है कि सोमवार को भटिंडा में पंजाबी सिंगर धरमप्रीत ने पंखे से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। वह 40 वर्ष के थे। इस आत्महत्या के पीछे वजह बताते हुए धरमप्रीत की मां ने कहा कि वह अपने डवांडोल करियर को लेकर काफी परेशान चल रहे थे।
मशहूर कवि और फिल्म डायरेक्टर अमरदीप गिल की मानें तो धरमप्रीत सैड सॉन्ग के महारथी थे, जो अपनी अलग स्टाइल के गानों के लिए फेमस थे और उनका निधन पंजाबी म्यूज़िक इंडस्ट्री के लिए एक बहुत बड़ा नुकसान है। गिल ने कहा, 'उन्होंने काफी मेहनत करके अपना यह नाम कमाया था और गाने को लेकर वह काफी सीरियस थे। धरमप्रीत कुछ दिनों से डिप्रेशन में चल रहे थे, लेकिन वह अपनी तकलीफों को किसी के साथ शेयर करने से कतराते थे।'
रिपोर्ट की मानें तो करीब एक दशक लंबे करियर के दौरान उनकी 15 ऐल्बम रिलीज़ हुईं और वहां के इलाकों में यह खूब पॉप्युलर भी हुआ। धरमप्रीत के आखिरी ऐल्बम का नाम था 'इमोशन ऑफ हार्ट', जो साल 2010 में आई थी।
Dharampreet punjabi singer committed suicide , singer of punjab suicide case