बदायूं। यहां 3 नाबालिग लड़कों ने मिलकर एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर गैंगरेप किया। इसके बाद क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए लड़की के प्राइवेट पार्ट में रॉड, पॉलिथिन, बोतल का ढक्कन, लकड़ी, कपड़ा और माचिस घुसा थी। इसके बावजूद पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। 7 दिन बाद जब पीड़िता की बहन ने आरोपियों की गिरफ्तारी करवा दी तब कहीं जाकर यूपी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
बदायूं की घटना 23 जून की है, पर इसकी एफआईआर 28 जून की रात को दर्ज हुई। लड़की की बहन ने फेसबुक के जरिए आरोपियों की पहचान की। इसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है, लेकिन तीसरा अब भी फरार है। तीनों आरोपी भी नाबालिग हैं।
सोमवार को लड़की का एक्सरे और अल्ट्रासाउंड हुआ। उसके प्राइवेट पार्ट और किडनी में सूजन है। लड़की के प्राइवेट पार्ट में जो पॉलिथीन मिली है, वह खून से सनी है। पीड़ित की बहन का कहना है कि पुलिस केस को घुमा रही है। उसके मुताबिक, पुलिस कह रही है कि लड़की पहले भी शारीरिक संबंध बना चुकी है।
ऐसे हुई वारदात
पुलिस के मुताबिक, घटना 23 जून की है। बदायूं के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के आवास विकास कॉलोनी में रहने वाली लड़की चॉकलेट लेने जा रही थी। रास्ते में उसे पड़ोस का एक लड़का मिला। उसके साथ दो दोस्त भी थे। लड़की का आरोप है कि उन्होंने उसे जबरदस्ती अपनी बाइक पर बिठाया और उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। बाद में तीनों आरोपी लड़की को करीब दो किलोमीटर दूर गन्ने के खेत में ले गए। वहां उसके साथ रेप किया गया। बाद में सभी आरोपी भाग गए। एक किसान ने लड़की को गंभीर हालत में देखा तो उसे उसके घर पहुंचाया।
डिप्रेशन में आई लड़की, बहन ने की मदद
पुलिस के मुताबिक, घटना के बाद लड़की डिप्रेशन में चली गई। उसने घर के लोगों से बातचीत तक बंद कर दी। परिवार ने लड़की की हालत के बारे में लखनऊ में रहने वाली उसकी बहन को बताया तो वह बदायूं आई। उसने बहन से बातचीत की तो सच्चाई का पता लगा।