मर्स (मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है। अब तक दुनिया के एक दर्जन देशों को प्रभवित कर चुका है। यह एक से दूसरे व्यक्ति में फैल रहा है। विश्व हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने इसके खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। इससे पहले कि यह अपको या आपके परिवार में किसी को जकड़ ले, जरूरी है कि यह सावधानियां अपनाए। ध्यान रखें ये वायरस सांस की बीमारी से सम्बंधित है और इस बीमारी को आसानी से पकड़ा नहीं जा सकता।
कोम्प्लिकेशन्स और लक्षण:
इस बीमारी मे बुखार आना, कफ बनना, और साँस लेने मे तकलीफ होती है कुछ लोगो को डायरिया और चक्कर आने जैसे लक्षण भी होते है। मर्स की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को सीवियर कोम्प्लिकेशन्स होते है जैसे निमोनिया और किडनी फेल होते ही 3 -4 दिन मे व्यक्ति की मौत हो जाती है। कुछ लोग सही समय पर उपचार न मिलने से मृत्यु की गोद मे चले जाते है।
मर्स वायरस से कैसे बचें
हाथो को सही प्रकार 20 मिनिट तक धोएं। यदि साबुन न हो तो अच्छे हैंड सनटाइज़र का उपयोग करे।
छींकने और खांसने के दौरान टिश्यू का इस्तेमाल करे और उसे कूड़ेदान मे डालें।
गंदे हाथो से आँख मुँह को स्पर्श न करे।
बीमार व्यक्ति के बर्तन अलग रखे।
डोर नोब्स को साफ़ सुथरा रखे।
सार्वजनिक स्थलों पर मास्क का उपयोग करें।
5 साल से कम उम्र के बच्चे, 65 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं। जिन लोगों को निम्न में से कोई बीमारी है, उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए :
- फेफड़ों, किडनी या दिल की बीमारी
- मस्तिष्क संबंधी (न्यूरोलॉजिकल) बीमारी मसलन, पर्किंसन
- कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग
- डायबीटीजं
- ऐसे लोग जिन्हें पिछले 3 साल में कभी भी अस्थमा की शिकायत रही हो या अभी भी हो। ऐसे लोगों को मर्स के शुरुआती लक्षण दिखते ही डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
गर्भवती महिलाओं का प्रतिरोधक तंत्र (इम्यून सिस्टम) शरीर में होने वाले हॉरमोन संबंधी बदलावों के कारण कमजोर होता है। खासतौर पर गर्भावस्था के तीसरे चरण यानी 27वें से 40वें सप्ताह के बीच उन्हें ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है।
साफ-सफाई का ध्यान रखा जाए और मर्स के शुरुआती लक्षण दिखते ही सावधानी बरती जाए, तो इस बीमारी के फैलने के चांस न के बराबर हो जाते हैं।
जब भी खांसी या छींक आए रूमाल या टिश्यू पेपर यूज करें।
इस्तेमाल किए मास्क या टिश्यू पेपर को ढक्कन वाले डस्टबिन में फेंकें।
थोड़ी-थोड़ी देर में हाथ को साबुन और पानी से धोते रहें।
लोगों से मिलने पर हाथ मिलाने, गले लगने या चूमने से बचें।
मर्स के शुरुआती लक्षण दिखते ही अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर मर्स के लक्षण नजर आते हैं तो दूसरों से 1 मीटर की दूरी पर रहें।
मर्स के लक्षण दिखने पर घर पर रहें। ऑफिस, बाजार, स्कूल न जाएं।
बिना धुले हाथों से आंख, नाक या मुंह छूने से परहेज करें।
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