गाजियाबाद/उत्तरप्रदेश। कविनगर पुलिस ने मकान की फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कर करीब 3 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया है। फर्जीवाड़े में शामिल 4 अन्य आरोपी अभी फरार हैं।
जनवरी का है मामला
एसएचओ ने बताया कि कौशांबी निवासी सुरेंद्र सिंह ने जनवरी 2015 में ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था। उनका आरोप है कि गीता उर्फ साधना अपने 4 अन्य साथियों भान सिंह नागर, वेद प्रकाश नागर, मनोज और सतेंद्र के साथ मिलकर उनके साथ करीब 3 करोड़ की ठगी की है। उनका कहना है कि कविनगर में उन्हें मकान खरीदना थी।
उनकी मुलाकात प्रॉपर्टी कारोबारी भान सिंह नागर से हुई। भान सिंह नागर ने अपने परिचित वेद प्रकाश, मनोज और सतेंद्र से मिलवाया। इसके बाद उन्हें कविनगर एफ-ब्लॉक स्थित एक मकान को दिखाया गया। उन्हें बताया गया कि यह मकान नंदग्राम निवासी गीता उर्फ साधना देवी की है।
प्रॉपर्टी कारोबारी व उसके साथियों ने उन्हें साधना से मिलवाया और उन्हें मकान के पेपर दिखाए गए। इसके बाद 3 करोड़ रुपये में सौदा तय हो गया। आरोप है कि साधना ने मकान के फर्जी पेपर उन्हें दिखाए थे। रुपये लेने के बाद फर्जी पेपर तैयार कर उनके नाम रजिस्ट्री कर दी गई। जब वह मकान पर कब्जा करने पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि यह मकान किसी और महिला के नाम पर है। इसके बाद जब उन्होंने पेपर की जांच कराई, तो वह फर्जी निकला।
अशोक सिसौदिया, एसएचओ कविनगर ने कहा
कौशांबी निवासी सुरेंद्र सिंह की तहरीर पर गीता उर्फ साधन समेत भान सिंह नागर, वेद प्रकाश नागर, मनोज और सतेंद्र के खिलाफ कविनगर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया था। फिलहाल गीता को अरेस्ट कर लिया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है।