
फेसबुक ने जो जवाब ट्राई को भेजा उसके मुताबिक, ट्राई ने ही फेसबुक से लोगों से दोबारा जवाब मांगने को कहा। गौरतलब हो कि फेसबुक ने फ्री बेसिक्स को लॉन्च किया था और इसके तहत चुनिंदा साइट्स फ्री दी जा रही थी। फ्री बेसिक्स के लिए फेसबुक ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के साथ करार किया था। लेकिन फ्री बेसिक्स के नेट न्यूट्रैलिटी के खिलाफ होने के कारण इसका भारी विरोध हुआ था। हालांकि ट्राई ने फिलहाल फ्री बेसिक्स पर रोक लगा रखी है।
उधर, टेलीकॉम मंत्री रविशंकर प्रसाद ने फेसबुक के आरोप पर एक बार फिर से कहा है कि वो अभी ट्राई की सिफारिशों का इंतजार कर रहे हैं उसके बाद ही फ्री बेसिक्स पर कोई फैसला लेंगे।
क्या है फ्री बेसिक्स? आपसे क्या 'छिपा' रहा फेसबुक?
फेसबुक के साथ रिलायंस कम्युनिकेशंस एक ऐप्लिकेशन के जरिए 'फ्री बेसिक्स इंटरनेट सर्विस' दे रही थी। इस सर्विस को रिलायंस ने इसी साल अक्टूबर में लॉन्च किया था। ट्राई के आदेश के बाद फिलहाल रिलायंस ने इसे होल्ड पर रख दिया है। फेसबुक ने पहले इस सर्विस को 'इंटरनेट डॉट ओआरजी' के नाम से लॉन्च किया था, जिसे अब 'फ्री बेसिक्स' नाम से पेश किया जा रहा है।