
ब्रिटेन के अखबार 'द सन' में छपी एक खबर के अनुसार बहुत से लोगों की हर दिन नहाने की आदत उन्हें बीमार बना सकती है। अखबार ने एक रिसर्च के आधार पर लिखा है कि ऐसा करने से हम उस तेल को शरीर की त्वचा के साथ धो देते हैं जो शरीर के वास्तव में आवश्यक है।
दरअसल ये खबर वास्तव में पश्चिमी देशों के लिए ज्यादा मुफीद लगती है क्योंकि वहां नहाने से पहले तेल लगाने का रिवाज नहीं है। जबकि वहां बॉडी ऑयल का कभी कभी ही इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में अगर वो रोज नहाएंगे तो शरीर के लिए जरूरी तेल त्वचा को नहीं मिल पाता और उन्हें त्वचा पर लाल चकत्तेदार धब्बे और दर्द रहने लगता है।
पांच में से चार महिलाएं हर रोज नहीं नहातीं
एक सर्वे के मुताबिक पांच महिलाओं में एक चार महिलाएं हर रोज नहाने से परहेज करती हैं। जबकि एक तिहाई महिलाओं का मानना है कि वे हर तीन दिन पर नहाती हैं। इन दिनों वह परफ्यूम, क्रीम, बॉडी ऑयल और डियो आदि से खुद को ताजा रखती हैं।
कहीं हम इसलिए तो रोज नहीं नहाते कि लोग क्या कहेंगे
ऑस्ट्रेलियन कॉलेज पर डर्मोटोलॉजी के अध्यक्ष प्रोफेसर स्टीफेन शुमैक के मुताबिक आपको तभी नहाना चाहिए जब आपको जरूरत महसूस हो। सनडे मॉर्निंग हेराल्ड से बोलते हुए उन्होंने कहा, ये सिर्फ पिछले 50-60 सालों में ऐसा बदलाव आया है कि लोग बाथरूम जाकर नहाने के आदी हो गए हैं वरना पहले ऐसा नहीं होता था। अब हर दिन नहाना बहुत आम हो गया है। आज हर दिन नहाना अपनी इच्छा नहीं बल्कि सामाजिक दबाव भी बन गया है।
क्या है रिसर्चरों के तर्क
प्रोफेसर शुमैक ने तर्क दिया कि हमारा शरीर प्राकृतिक तौर पर एक तैलीय पदार्थ निकालता है जो हमारी त्वचा की कोशिकाओं को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक होता है। अत्यधिक नहाने या धोने से त्वचा को वह तैलीय पदार्थ नहीं मिल पाता। ऐसे में त्वचा संबंधी रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।