
सोमवार को हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के.एस. तोमर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में एच.ए.एस. परीक्षा के मुख्य भाग के नए पाठ्यक्रम को आई.ए.एस. परीक्षा पद्धति के अनुकूल अनुमोदित किया गया। बैठक में आयोग के सदस्य प्रदीप चौहान, आर.एस. नेगी और डा. मान सिंह तथा आयोग के अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। तोमर ने कहा कि प्रस्तावित सूक्ष्म पाठ्यक्रम को आयोग की वैबसाइट पर सभी इच्छुक अभ्यर्थियों एवं आम जनता की जानकारी एवं सुझावों के लिए अपलोड किया गया था।
इस नए पाठ्यक्रम के निर्माण का दायित्व आयोग के पूर्व सदस्य प्रो. जे.सी. शर्मा को सौंपा गया था। इस कार्य को अंतिम रूप देने के लिए 20 से अधिक विभिन्न विशेषज्ञों, विद्वानों एवं आचार्यों का सहयोग लिया गया। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम का अंतिम मसौदा इच्छुक अभ्यर्थियों के प्रयोग के लिए आयोग की वैबसाइट पर जल्द ही अपलोड किया जाएगा। नए प्रारूप में 2 वैकल्पिक विषयों के स्थान पर 1 ही वैकल्पिक विषय का चयन किया गया है जो अधिकतम 200 अंकों का तय हुआ है। इसके 2 प्रश्न पत्र प्रत्येक 100 अंकों के निर्धारित किए गए हैं।
इस व्यवस्था को संघ लोक सेवा आयोग द्वारा ली जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा के अनुरूप किया गया है। एच.ए.एस. प्रारम्भिक परीक्षा में 2 प्रश्न पत्र प्रत्येक 200 अंक के होंगे जिसमें एक सामान्य अध्ययन एवं दूसरा एप्टीट्यूड टैस्ट का होगा। इस परीक्षा में सफलता के लिए योग्यता सूची में स्थान निर्धारण के लिए सामान्य अध्ययन के प्रश्न पत्र में प्राप्त अंक ही मान्य होंंगे परंतु साथ में एप्टीट्यूड टैस्ट के प्रश्न पत्र में 33 प्रतिशत अंकों का अर्जन अनिवार्य शर्त रहेगी।