
‘ब्रेक दि ग्लास सीलिंग उर्वशी’ गाने के वीडियो में दो लड़कियां पितृसत्ता और समाज में व्याप्त लैंगिक असमानता के खिलाफ आवाज उठा रही हैं. ‘ब्रेकथ्रू’ नाम के एक गैर सरकारी संगठन द्वारा बनाए गए वीडियो को काफी पसंद किया गया है और पिछले दो दिनों में इसे 1,75,000 बार देखा जा चुका है जबकि 1,137 बार इसे साझा किया गया.
हालांकि सोशल मीडिया पर संगठन पर हमला किया जा रहा है. कुछ लोगों ने कलाकारों के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया है तो कुछ ने एक कलाकार का मजाक उड़ाया
फेसबुक पर एक ने टिप्पणी की, ‘‘नारीवादी महिलाएं हमेशा मोटी या बदसूरत… क्यों होती हैं?’’ यूट्यूब पर किसी ने टिप्पणी की, ‘‘मुझे नहीं पता कि वे शीशे की छत (ग्लास सीलिंग या सामाजिक बंधन) तोड़ सकती हैं या नहीं लेकिन अगर वह वहां और नाचे तो निश्चित तौर पर छत को तोड़ देगी.’’
वहीं एनजीओ ने कहा कि उसने समाज में व्याप्त महिला विरोध, लैंगिक भेदभाव, पितृसत्ता जैसी समस्याओं के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए यह वीडियो बनाया ताकि यह संदेश जाए कि महिलाएं बेहद शानदार हैं और अगर कोई उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश करे तो वे उसका करारा जवाब देंगी.