
विश्वविद्यालय के मुताबिक इस फेलोशिप के लिए चुने जाने वाले अभ्यर्थियों को इस बात का भी अध्ययन करना होगा कि चॉकलेट में विशेष फ्लेवर लाने के लिए कोको बीन्स का किस-किस तरह फर्मेंटेशन किया जाता है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चॉकलेट उद्योग की मांग पर विश्वविद्यालय द्वारा यह शोध कराया जा रहा है, जिसके अंतर्गत तीन साल के लिए अलग-अलग स्थिति में फोरेंसिक जांच के जरिए चॉकलेट के जेनेटिक फेक्टर व फ्लेवर का अध्ययन किया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक फेलोशिप के इच्छुक अभ्यर्थी 27 फरवरी तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।