
Ronit Roy ने कहा, टीवी अब सेंसिटिविटी से ज्याया मकैनिज्म हो गया है। शो मेकर्स के पास वही कहानियां हैं, ऐसे में वहां कुछ नया नहीं दिखाया जाता है। हालांकि फिल्म इंडस्ट्री 100 साल से भी ज्यादा पुरानी हो चुकी है और पुरानी कहानियों पर भी कई फिल्में बनती रहती हैं। लेकिन फिर भी एक तरीका है जिससे वह पुरानी कहानी को एक नए तरीके से बताते हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्यों उन्होंने टीवी से बॉलीवुड में एंट्री कुछ सोच समझ कर ली थी। इस पर रॉनित ने कहा, टीवी पर वहीं चीज बार-बार करने से मुझे लग रहा था कि मैं एक ही लीक पर चल रहा हूं। मैं कुछ नया करना चाहता था। मैंने टीवी पर अलग-अलग काम किए। लेकिन अभी मेरे पास उस तरह का कोई रोल नहीं आया जिसके लिए मैं कहूं कि हां मैं यह रोल निभाना चाहता हूं। क्योंकि तब मुझे एक साल या उससे ज्यादा के लिए उसी किरदार को जीना होगा।
रॉनित ने कहा, टीवी इंडस्ट्री में मेरे कुछ दोस्त हैं जो मेरी ही तरह सोचते हैं। मैं उनसे बात करता रहता हूं। हम मिलकर दिमाग लगा रहे हैं कि कुछ प्रोग्रामिंग या नैरेटिव तरह का कुछ डिजाइन किया जाए। जो टीवी पर दिखाई गई चीजों से अलग हो