
पिछले साल मदुरई के रहने वाले एक दंपती ने उन्हें अपना खोया हुआ बेटा बताया था। इसी मामले में मदुरै के मेलुर की अदालत ने उन्हें सम्मन जारी किया था। इसी के चलते वो आज अपनी पहचान साबित करने कोर्ट में पहुंचे। उन्होंने अपने बर्थ मार्क भी चेक कराए। अब अगली सुनवाई 2 मार्च को होगी।
उस दंपती का दावा है कि धनुष उनके बेटे हैं। इसी आधार पर दंपती ने धनुष से गुजारे के लिए 65 हजार रुपये महीना भत्ते की मांग की है। धनुष को अपना बेटा बताने वाले कातिरेसन और मीनाक्षी ने पिछले साल नवंबर महीने में मेलूर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में अर्जी लगाई थी।
अपनी याचिका में उन्होंने बताया था कि धनुष के गले के दांई ओर एक तिल है। जिसे मिटाने की कोशिश भी की जा सकती है। इस केस में धनुष ने अपना जन्म प्रमाण पत्र भी जमा कराया था। लेकिन कातिरेसन ने दलील दी है कि धनुष की तरफ से दायर जन्म प्रमाणपत्र गलत है।
इसमें धनुष का नाम और पंजीकरण संख्या का जिक्र नहीं है। बता दें कि धनुष ने निचली अदालत में इस केस को रद्द करने की मांग की थी। लेकिन केस रद्द नहीं किया गया। दंपती का कहना है कि हीरो बनने के बाद धनुष उन्हें भूल गए हैं। अब आर्थिक मदद भी नहीं करते हैं।