
ABVP का आरोप है कि सिख गेटअप में आई ये महिला सीमा आजाद थी. गौरतलब है कि सीमा आजाद और उनके पति को माओवादी संगठनों का साथ देने के आरोप में देशद्रोह के केस में इलाहाबाद की एक स्थानीय अदालत की तरफ से उम्रकैद की सजा दी गई है.
वह फिलहाल इलाहाबाद हाईकोर्ट से मिली बेल पर बाहर हैं. छात्र संगठन ABVP लगातार सीमा आजाद के पंजाब यूनिवर्सिटी में SFS के बुलावे पर आने और भाषण देने का विरोध कर रहा था, लेकिन इसके बावजूद सिख गेटअप में आई महिला वहां पर स्पीच देकर चली गई और ABVP के कार्यकर्ता इस महिला को सीमा आजाद बता रहे हैं. ABVP की तरफ से यूनिवर्सिटी में एक वीडियो भी वायरल किया गया है, जिसमें ये सिख गेटअप में आई महिला SFS के प्रोटेस्ट सम्मेलन में भाषण दे रही है.
यही नहीं, SFS का भी दावा है कि सिख गेटअप में आकर उनके प्रोटेस्ट सम्मेलन में भाषण देकर जाने वाली महिला सीमा आजाद ही थी. हालांकि यूनिवर्सिटी प्रशासन और चंडीगढ़ पुलिस की कोशिश थी कि सीमा आजाद इस कार्यक्रम में आकर भाषण न दे पाएं, क्योंकि ऐसा होने से यूनिवर्सिटी की लॉ ऐंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ने की आशंका थी.
लेकिन फिलहाल SFS का दावा है कि तमाम सुरक्षा और ABVP की गुंडागर्दी के बावजूद सीमा आजाद उनके सम्मेलन में शामिल हुई हैं. लेकिन ये सब कुछ इतने गुप-चुप तरीके से हुआ कि इस बात का आधिकारिक कंफर्मेशन कोई नहीं दे पा रहा.
इससे पहले पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से परमिशन ना मिलने के बावजूद पार्क में SFS की तरफ से बुलाए गए सम्मेलन को लेकर कैंपस में तनाव की स्थिति शुक्रवार सुबह से ही बनी रही. प्रशासन ने भी बाहरी छात्रों के कैंपस में आने पर रोक लगा दी थी.
इसके बावजूद SFS के समर्थन में दूसरे कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज से कई छात्र पंजाब यूनिवर्सिटी के गेट पर पहुंच गए, लेकिन जब उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया तो वे बाहर ही धरने पर बैठ गए, जिसके बाद चंडीगढ़ पुलिस ने इन छात्रों को हिरासत में ले लिया और उठा-उठाकर गाड़ियों में भरकर यूनिवर्सिटी के गेट से हटा दिया. यूनिवर्सिटी कैंपस में कई बार ABVP और SFS के कार्यकर्ता आमने-सामने हुए जिन्हें मौके पर मौजूद चंडीगढ़ पुलिस ने रोक दिया.