
जब उन्होंने वहां लोगों को धूल-मिट्टी में काम करते हुए देखा और देखा कि किस तरह वहां के लोगों के कानों में, आंखों में धूल जा रही है, फिर भी लोग काम कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने मास्क लगाए होते हैं, मगर फिर भी वहां कितनी परेशानी होती होगी।
सोनाक्षी बताती हैं कि हमने तो वहां कुछ घंटे गुजारे, लेकिन जो लगातार उसी बीच रहते होंगे, उनके लिए जिंदगी कितनी कठिन होगी। फिर भी बिना किसी कंप्लेन के सभी कितनी मेहनत से काम करते हैं। सोनाक्षी ने वह महसूस किया। सोनाक्षी बताती हैं कि उनकी चाहत यही है कि अगर उन्हें मौका मिले पत्रकार का तो वे यही बात बदलना चाहेंगी कि लोगों को कम से कम इतनी राहत तो जरूर मिले कि उन्हें बेसिक वर्किंग स्ट्रक्चर तो जरूर मिले, ताकि वे काम करते हुए बीमार तो न पड़ जाएं। सोनाक्षी की फिल्म 'नूर' 21अप्रैल को रिलीज होगी।