
संजय ने बताया कि उनकी बेटी एक्टर बनना चाहती थी लेकिन मैं चाहता था कि वो अपना करियर फोरेंसिक साइंस में बनाए. मैंने अपना बहुत समय और एनर्जी उसकी पढ़ाई में लगाई है. मैं नहीं चाहता था कि वो एक्ट्रेस बने.
संजय ने आगे कहा कि एक्टर बनना आसान नहीं है और त्रिशाला के लिए तो यह और मुश्किल हो जाता क्योंकि उसे अपनी हिंदी ठीक करनी होती. इस इंडस्ट्री में अमेरिकन इंग्लिश नहीं चलती. एक्टर बनना आसान नहीं होता. दूर से देखने पर यह आसान लगता है लकिन यह होता नहीं है.
अपने बच्चों के साथ अपने रिश्ते के बारे में संजय ने बताया, बच्चों के साथ मेरा रिश्ता बहुत खूबसूरत है. मुझे याद है कि मेरे पापा मुझसे कहते थे कि मैं तुम्हारा दोस्त नहीं, पिता हूं. कुछ ऐसा ही मैं अपने बच्चों के साथ हूं.