
एएडी के मेंबर डॉ. राजेश झा कहते हैं, डीयू के कई रिसर्च स्टूडेंट्स को पीएचडी थिसिस जमा करने के लिए डिपार्टमेंट रिसर्च काउंसिल (डीआसी) और बोर्ड ऑफ रिसर्च स्टडीज (बीआरएस) से मंजूरी मिल गई है। फिर भी कई महीनों से यूनिवर्सिटी में यह काम अटका हुआ है, जबकि ऑर्डिनेंस एक्सटेंशन पीरियड की बात करता है।
एक्सटेंशन 6 महीने से लेकर गर्ल्स के लिए 240 दिन तक दिया जाता है। खासतौर पर फीमेल ऐप्लिकेंट के लिए मैटरनिटी लीव या चाइल्ड केयर लीव के ऐवज में 240 दिन की छूट है। डॉ. राजेश, जो कि एग्जिक्युटिव काउंसिल (ईसी) के मेंबर भी हैं, कहते हैं, हमने इस मामले को ईसी मीटिंग में भी उठाया है कि जल्द से जल्द एक्सटेंशन का मामला क्लियर किया जाए।