मुझे उस वक़्त भी बहुत गुस्सा आता है जब...... : Raveena Tandon

मुंबई. लोगों के लिए लड़कियां हमेशा सॉफ्ट टारगेट होती हैं। रवीना के मुताबिक यहां तक कि हाई प्रोफाइल अभिनेत्रियाँ भी, ऐसा नहीं है कि उनके साथ कुछ गलत नहीं होता। बेंगलुरू इंसिडेंट से इस बात का अनुमान लगाया जा सकता है कि आप जिसके करीब हैं या आपके करीब जो लोग हैं वो भी आपको लेकर गंदी ही सोच रखते हैं। तभी तो ऐसी घटना होती हैरवीना टंडन अपनी फिल्म मातृ के प्रोमोशन में व्यस्त हैं। फिल्म एक ऐसे विषय पर आधारित है, जिसमें एक बच्ची के साथ बलात्कार हो जाता है और फिर उसकी मां रिवेंज लेती हैं। रवीना का मानना है कि लड़कियों को लेकर आज भी मानसिकता नहीं बदली है।

रवीना बताती हैं कि " मुझे उस वक़्त भी बहुत गुस्सा आता है , जब इन्टरनेट पर हम एक्ट्रेस की तस्वीरें लोग जानबूझ कर वायरल करते हैं ताकि उन्हें हिट्स मिले। न जाने यह कैसी ठरक है।" रवीना मानती हैं कि हां यह सच है कि अभिनेत्रियाँ भी सॉफ्ट टारगेट होती हैं। लोगों को लगता है कि हिरोइनों को कुछ भी बोल दो , कहीं से भी तस्वीर ले लो, चलता है।

रवीना ने बताया कि इन दिनों वह गौर करती हैं कि अगर उन्होंने छोटे कपड़े पहने हैं तो जानबूझ कर कुछ फोटोग्राफर नीचे बैठ जाते हैं और उनकी कोशिश होती है कि वे गंदी तस्वीरें निकालें। "उस वक़्त मेरा पारा चढ़ जाता है कि ये क्या है? मैं तो झाड़ देती हूं कि नीचे से क्या फोटो ले रहा है। सही एंगल से फोटो ले।" रवीना बताती हैं कि इतने साल तक इंडस्ट्री में काम करने के बाद अब उन्हें यह बात समझ आ गई है कि कौन से फोटोग्राफर की नीयत अच्छी है, और किसके इंटेशन गलत हैं। रवीना कहती हैं "मुझे तो ऐसे लोगों की नीयत समझ नहीं आती। हम अपने प्रोफेशन की डिमांड के लिए कुछ करते हैं , इसका मतलब यह नहीं कि हमारी कैसी भी तस्वीर और कैसी भी बातें लिखी जाए। ऐसे लोगों के माइंडसेट से समझ आता है कि उनकी परवरिश कैसे हुई है और वे घर की महिलाओं की कितनी इज्जत करते होंगे।

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