
सोनू ने दूसरे ट्वीट मे कहा कि- और जिस समय मोहम्मद ने इस्लाम धर्म बनाया तब बिजली नहीं थी. फिर एडिसन के (अविष्कार के) बाद क्यों मुझे ये शोर बर्दाश्त करना पड़े. सोनू ने तीसरे ट्वीट में कहा, 'मुझे नहीं लगता है कि कोई मंदिर या गुरुद्वारा बिजली का इस्तेमाल उन लोगों को उठाने के लिए करता हो जो उस धर्म का पालन नहीं करते. तो फिर ऐसा क्यों?' सोनू ने चौथे और आखिरी ट्वीट मे कहा- 'गुंडागर्दी है बस'.
इस बीच, महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस नेता शहजाद पूनावाला ने दिल्ली में कहा- 'जहां तक मेरा सवाल है मैं अजान से भी जागता हूं, गायत्री मंत्र से भी जागता हूं. अजान हो, जन्माष्टमी की आरती हो, गणेश चतुर्थी में लाउड स्पीकर का इस्तेमाल हो या रोज जो सड़कों पर बारातें निकलती हैं, ये तमाम वो चीजें हैं जो ध्वनि प्रदूषण कानून के खिलाफ हो रही है.
अगर दिशा निर्देशों का उल्लंघन हो रहा है तो समान रूप से कार्रवाई होनी चाहिए. पर चयनात्मक रूप से एक को कटघरे में खड़ा करना और दूसरे के बारे में जिक्र भी नहीं करना, ये सही नहीं है.' शहजाद ने ये सवाल भी किया कि क्या इसके लिए सोनू निगम 'एंटी अजान स्क्वॉड' बनाएंगे? शहजाद ने कहा कि अगर कानून का उल्लंघन हो रहा है तो उसका सभी से सही तरह से पालन कराने का काम प्रशासन का है.