‘ताल’ के फिर से रिलीज के मौके पर बोले Subhash Ghai : मैं ‘ताल-2’ तभी बनाऊंगा, जब मुझे ‘ताल’ से भी बेहतर कहानी मिलेगी.

नई दिल्ली: 1999 में रिलीज हुई सुभाष घई की निर्मित-निर्देशित फिल्म ‘ताल’ को आज एक बार फिर से रिलीज किया गया है. ‘ताल’ से जुड़े तमाम लोगों ने एक एक‌ कर फिल्म की मेकिंग से जुड़ी कई दिलचस्प यादें इस मौके पर साझा कीं, सुखविंदर ने फिल्म‌ के‌ एक‌ गाने के कुछ‌ बोल अपने अंदाज में गाकर सुनाए तो वहीं शामक डावर के कुछ स्टूडेंट्स ने‌ शामक के‌ साथ फिल्म के गाने पर डांस‌ की छोटी सी झलक भी पेश की. इसका प्रीमियर मुम्बई के उस थियेटर में किया हुआ, जिसका संचालन हाल ही में सुभाष घई की कंपनी मुक्ता आर्ट्स ने अपने हाथों में लिया है.

इस खास मौके पर फिल्मकार सुभाष घई, उनकी पत्नी मुक्ता घई , उनकी बेटी मेघना घई, ‘ताल’ के संगीतकार ए. आर. रहमान, गायक सुखविंदर, लेखक जावेद सिद्दिकी, छायाकार कबीर लाल, कोरियोग्रफर शामक डावर‌ मौजूद थे.

बता दें कि इससे पहले, अपनी रिलीज के तीन‌ दशक बाद फिल्म ‘राम लखन’ का प्रीमियर भी इसी थिएटर में पिछले महीने किया गया था. सुभाष घई ने अपनी हर हिट और चर्चित फिल्म को इसी थियेटर में फिर से रिलीज करने की योजना बनाई है. सुभाष घई और मेघना घई ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत‌ में कई और बातों का भी जिक्र किया है.

फिल्मकार सुभाष घई का कहना है कि जब तक उन्हें फिल्म ‘ताल’ के दूसरे भाग के लिए पहले भाग से भी उम्दा कहानी नहीं मिल जाती तब तक वह इसे नहीं बनाएंगे. घई ने यहां कहा, “अधिकांश फिल्म निर्माता अपनी पिछली फिल्मों की सफलता को भुनाते हैं.

सुभाष घई का कहना है कि फिल्म की कहानी पिछली फिल्म की कहानी से बेहतर है तो उसे बनाने में कोई हर्ज नहीं है, लेकिन अगर कोई अच्छी कहानी के बिना सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर पैसे कमाने के लिए फिल्म बनाता है तो यह दर्शकों को साथ धोखा है और मार्केटिंग का हथकंडा है. मैं ‘ताल-2’ तभी बनाऊंगा, जब मुझे ‘ताल’ से भी बेहतर कहानी मिलेगी.”

उन्होंने कहा कि उनके इर्द-गिर्द मौजूद लोग उन्हें फिल्में बनाने के लिए कहते रहते हैं, लेकिन जब तक वह पटकथा से संतुष्ट नहीं हो जाते इसे खुद लिखते रहते हैं. फिल्मकार कहते हैं कि वह नए विषय के साथ फिल्म बानने की कोशिश करते हैं, और इसे बेहतरीन बनाने के लिए पूरा प्रयास करते हैं.

घई ने रविवार को ऐश्वर्या राय, अनिल कपूर और अक्षय खन्ना अभिनीत फिल्म ‘ताल’ की विशेष स्क्रीनिंग के दौरान यह बात कही. उन्होंने ही इसका आयोजन किया, जिसमें ए.आर.रहमान, सुखविंदर सिंह और श्यामक डावर भी शामिल हुए.

फिल्म की स्क्रीनिंग रखने का कारण पूछने पर घई ने कहा, “अब हम ‘ताल’ को युवा दर्शकों को दिखा रहे हैं, क्योंकि उन्होंने इसे बड़े पर्दे पर नहीं देखा है. ‘ताल’, ‘शोले’, और ‘रंग दे बसंती’ जैसी फिल्में दर्शकों को खास अनुभव देती हैं. इसलिए हमने हर रविवार को इस सिनेमा हॉल (न्यू एक्सेलसियॉर) में फिल्में दिखाने का फैसला किया है.”

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