
श्रीजिता ने यह भी महसूस किया कि जब वो उससे प्यार करने लगीं तो उसकी पसंद के हिसाब से खुद को ढालने की कोशिश भी की. उन्होंने अपने पहनने का सलीका भी बदला लेकिन काम के मामले में वह समझौता नहीं कर सकीं. तभी श्रीजिता का कहना है कि वह उनको कंट्रोल करने की कोशिश कर रहा था. उसे हर समय उनका अपडेट चाहिए होता था और वह उनके पार्टियों में जाने पर भी ऐतराज करता था. जबकि श्रीजिता अपने हिसाब से जीने वालों में से हैं. शुरुआत में उनको लगा कि सब ठीक हो जाएगा और उनको सेटल्ड पार्टनर मिलेगा. लेकिन ऐसा हो नहीं सका.
श्रीजिता का कहना है कि हम महिला सशक्तिकरण के बारे में बात करते हैं, लेकिन 'अच्छे व्यक्ति' की तलाश करने की बात आती है तो लड़की से हमेशा समझौता करने की उम्मीद होती है. श्रीजिता ने ये भी कहा कि उस रिश्ते के दौरान मैं खुद से लड़ रही थी और बार-बार अपनेआप से सवाल करती थी कि क्या मैं सही रिश्ते में हूं. लेकिन फिर रोजाना के झगड़े से परेशान होकर मुझे लगा कि हमारे रास्ते अलग होना ही बेहतर है.