
प्रतिभा कभी संसाधनों की मोहताज नहीं होती यह साबित कर दिखाया आईआईएम की परीक्षा में चयनित हुए जबलपुर के सनी ने, ख़ास बात यह है कि पापा दसवीं में फेल और मां कभी स्कूल ही नहीं गई, लेकिन इनका बेटा सनी रजक देश के टॉप कॉलेजों में शिक्षा ले रहा है। पिता ने हमेशा से सपना देखा था कि बेटे को दसवीं तक पढ़ाना है। बेटे की किस्मत में इससे कहीं अधिक शिक्षा हासिल करना लिखा था।
यही वजह है कि आज बेटा ट्रिपल आईटीडीएम से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है और कैट की परीक्षा में देश से चयनित कुल 300 छात्रों में वो भी शामिल है। आईआईएम बैंगलोर और अहमदाबाद के लिए चयनित हुए सनी ने अपनी अब तक की जर्नी को नईदुनिया के साथ साझा किया और बताया कि किस पारिवारिक परिवेश से निकलकर वो उच्च शिक्षा हासिल करने के पात्र हुए हैं।