देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का शुल्क बढ़ाकर 100 रुपए monthly कर देने से जहाँ व्यापारी,आमजन रोष में है वहीँ विपक्षी दलों ने इसे लेकर हंगामा खड़ा कर दिया। इस फैसले से आम लोगों सहित दुकानदारों को एक बड़ा झटका लगा है। वहीं व्यावसायिक संस्थानों से 150 रुपए मासिक वसूले जाएंगे। अभी तक यह यह शुल्क 60 और व्यासायिक संस्थानों के लिए 90 रुपए था।महापौर ने 4824 करोड73 लाख 67 हजार रुपए का बजट प्रस्तुत किया। इसमें निगम को 92 करोड़ 38 लाख 84 हजार रुपए का घाटा होगा।
अपने चौथे बजट में महापौर मालिनी गौड़ ने बजट भाषण में इंदौर को ग्रीन इंदौर बनाने व स्वच्छ इंदौर बनाने के बाद सेफ इंदौर बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को साथ लेकर काम करेंगे। इस दौरान कांग्रेसी पार्षदों की हंगामे भरी नारेबाजी जारी रही।