मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने पांच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा प्रदान किया है. इनमें से एक हैं इंदौर के भय्यूजी महाराज. कभी मॉडलिंग करने वाले इस संत के देशभर में लाखों मानने वाले हैं.1968 को जन्मे भय्यू महाराज का असली नाम उदयसिंह देखमुख है. वे शुजालपुर के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते हैं. हाल ही में वे ग्वालियर की डॉ. आयुषी शर्मा के साथ सात फेरे लेने के बाद सुर्ख़ियों में आए थे,भय्यू जी महाराज को हाईप्रोफाइल संत भी कहा जाता है. इसके पीछे वजह यह कि उनके देश के दिग्गज राजनेताओं से संपर्क हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, मनसे के राज ठाकरे, लता मंगेशकर, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल समेत कई हस्तियां उनके जुड़ी हुई हैं.भय्यू जी महाराज तब चर्चा में आए थे जब 2011 में अन्ना हजारे के अनशन को खत्म करवाने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने उन्हें अपना दूत बनाकर भेजा था. इसी के बाद ही अन्ना ने उनके हाथ से जूस पीकर अनशन तोड़ा था.वहीं पीएम बनने के पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी सद्भावना उपवास पर बैठे थे. उपवास को तुड़वाने के लिए उन्होंने भय्यू महाराज को आमंत्रित किया था.